एनएचआरसी द्वारा पंजाब के मुख्य सचिव और जेल महानिदेशक को बठिंडा जेल के कैदियों द्वारा बेहतर सुविधाओं की मांग को लेकर कथित भूख हड़ताल पर नोटिस जारी; साथ ही अपने स्पेशल रैपोर्टेयर से जेल का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा



नई दिल्ली, 17 मई, 2023

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बठिंडा सेंट्रल जेल के अंदर बंद कुछ कैदी बेहतर सुविधाओं, जिनमें अन्यय बातों के साथ-साथ जेल नियमावली के अनुसरण में उनके परिवारों और वकीलों को फोन कॉल की संख्या और अवधि में वृद्धि शामिल हैं ,की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर चले गए। बताया जाता है कि कैदियों द्वारा इस तरह की हड़ताल इस जेल के लिए कोई नई बात नहीं है क्योंकि वर्ष 2021 में भी कुछ कैदियों ने भोजन की गुणवत्ता में कमी का आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल की थी।

आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सत्य है, तो यह कानून के तहत अनुमत कैदियों के मूलभूत मानवाधिकारों से संबंधित गंभीर चिंता का विषय है। तदनुसार, आयोग ने मुख्य सचिव और जेल महानिदेशक, पंजाब को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में मॉडल प्रिज़न मैनुअल, 2016 के अनुसार उठाए गए या उठाए जाने वाले प्रस्तावित कदम शामिल होने चाहिए। इसके अलावा, आयोग ने अपने विशेष रैपोर्टेयर श्री महेश सिंगला को बठिंडा सेंट्रल जेल का निरीक्षण करने और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने के लिए भी कहा है।

15 मई, 2023 को की गई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैदी बैरक से बाहर टहलने जाने की सुविधा और वर्तमान में खामियों से भरे अपने कार्डों का सुचारू टॉप-अप कराने की सुविधा की मांग कर रहे हैं। वे मनोरंजन के लिए अपनी बैरक में टीवी लगाने की मांग कर रहे हैं। करीब 15 दिन पहले भी इन कैदियों ने भूख हड़ताल की थी, लेकिन जेल प्रशासन की ओर से उनकी मांगों पर विचार करने के आश्वासन के बाद भूख हड़ताल खत्म कर दी गई थी।